पौधों की संरचना और प्रकाश संश्लेषण
• जब भी विज्ञान की बात होती हैं, तो अक्सर हमारी सोच लेबोरेटरी, टेस्ट ट्यूब और माइक्रोस्कोप तक ही सीमित रह जाती हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि हमारे आस-पास हर पेड़, हर पौंधा असल में एक जीवित ‘बायों-फेक्ट्री’ हैं, जो लगातार बिना बिजली, शोर किये प्रकृति में अपना दायित्व निभाता रहता हैं। आइए विज्ञान कि नजर से इस हरे भरे कारखानों की गहराइयों कि और नज़र डालते हैं।
1. पौधो की संरचना – एक शानदार डिजाइन :
• वैज्ञानिक तथ्य: जड़ें मिट्टी में मौजूद कॅपिलरी ऐक्शन के माध्यम से पानी ऊपर की और खींचती है।
(B) तना (stem)
• work : पोषक तत्वों का परिवहन
• विज्ञान: जाइलम (Xylem) और फलोएम (phloem) नामक ऊतक तने में परिवहन के दो प्रमुख रास्ते होते हैं।
• जाइलम भोजन के लिए और फलोएम पानी के लिए उत्तरदाई होते हैं
(C) पत्तियां (Leaves):
• work: खाना बनाना ( फोटोसिथेंसिस ) ।
• structure : संदर्शित्र पत्ती में मौजूद रंध्र (stomate) और हरितलवक (chloroplast) इस क्रिया के नायक होते हैं।
पौधों की संरचना में मुख्य योगदान
→ पौधों की संरचना में मुख्य योगदान जाइलम और फलोएम का होता हैं।
• जाइलम: यह पौधें में एक प्रकार का जतुंक ऊतक है, जिसका मुख्य कार्य जल और खनिज लवणों का, मूल से पौधे के अन्य भागों तक परिवहन करना होता है।
→ जल परिवहन: यह मिट्टी से जड़ो द्वारा अवशोषित जल को पौधें के ऊपरी भागो तक पहुंचाता है
→ खनिज लवणों का अवशोषण: मिट्टी में घुले खनिजों को पौधें के विभिन्न भागों में पहुंचाना है।
→ संरचना प्रदान करना: जाइलम कोशिकाएं मजबूत होती हैं, जिससे पौधें को यांत्रिक सहारा मिलता हैं।
फलोएम (phloem) :
इसका मुख्य कार्य पत्तियों में बने भोजन (शर्करा/ ग्लूकोज) पौधें के सभी भागों तक पहुंचाना होता हैं।
• भोजन का परिवहन: पत्तियों में प्रकाश संश्लेषण द्वारा बने भोजन को जड़, तना, फल, फूल आदि सभी हिस्सों में पहुंचाना होता हैं।
• द्विदिशीय परिवहन: फलोएम में भोजन का प्रवाह दोनों दिशाओं में हो सकता हैं (ऊपर और नीचे) जबकि जाइलम का केवल ऊपर की दिशा में होता हैं।
• भंडारण: कुछ पौधों में फलोएम भोजन को अस्थायी रूप से भंडारित करने का कार्य करता हैं।
2.प्रकाश संश्लेषण – प्रकृति की अद्भुत रसायन क्रिया
• यह एक जैविक प्रक्रिया है जिसके द्वारा हरे पौधें, शैवाल और कुछ बैक्टीरिया सूर्य के प्रकाश की ऊर्जा का उपयोग करके जल (HO) और कार्बन डाइऑक्साइड (CO2) से ग्लूकोज (C6 H12 O6) और आक्सीजन (O2) बनाते हैं।
• यह प्रक्रिया मुख्य रूप से पत्तियां में होती हैं।
प्रकाश संश्लेषण का रासायनिक समीकरण:
• प्रकाश संश्लेषण का रासायनिक समीकरण
6CO2 + 6H2O → C6 H12 O6 + 6O2
होता हैं।
• पौधों में प्रकाश संश्लेषण की प्रक्रिया क्लोरोप्लास्ट के अन्दर, पत्तियां के मेसोफिल में होती है
• क्लोरोप्लास्ट में डिस्क के आकार की संरचनाएं होती हैं जिन्हें थायलाकोइड्स कहा जाता हैं, जिनमे वर्णक क्लोरोफिल पाया जाता है।
अन्य कुछ रासायनिक प्रक्रियाएं
• श्वासन ( Respiration) : पौधों की कोशिकाएं जब ग्लूकोज को तोड़कर ऊर्जा प्राप्त करती हैं।
C6 H12 O6 + 6O2 → 6CO2 + 6H2O ( ATP)
• नाइट्रोजन स्थिरीकरण ( Nitrogen fixation) :
जीवाणुओं द्वारा वायुमंडलीय नाइट्रोजन को अमोनिया में बदला जाता है
N₂ + 8H⁺ + 8e- 2NH₃ + H₂
महत्वपूर्ण point :
• यह प्रक्रिया क्लोरोफिल (हरित लवण ) की उपस्थिति में होती हैं।
• प्रकाश संश्लेषण सूर्य के प्रकाश से ऊर्जा प्राप्त करता
• प्रकृति के प्रति इनका बहुत बड़ा योगदान है यह पशु , पक्षी, मनुष्य आदि । को अपनी छाव और आक्सीजन प्रदान करते हैं जिससे प्रकृति में प्राणियों को गर्मी से राहत और श्वास लेने में सहायक होते हैं।
• एक बड़ा पेड़ एक साल में 118 किलों आक्सीजन प्रदान करता है।
निष्कर्ष
पेड़ पौधे विज्ञान का रोचक उदाहरण है वे न केवल पृथ्वी के लिए आवश्यक है, बल्कि जीव विज्ञान, रसायन विज्ञान और पर्यावरण विज्ञान के अध्ययन में एक केन्द्रीय भूमिका निभाते हैं मनुष्य एवं अन्य जीवों का जीवित रहना इन्हीं से संभावित है पौधों के बारे में जितना लिखें उतना कम है क्योंकि यह हमारे जीवन का आधार हैं।

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