मंगलवार, 5 अगस्त 2025

संक्रामक रोग (infectious diseases ) क्या है? यह कैसे फैलता है व इसके लक्षण क्या हैं?

 Infections diseases



परिचय 

संक्रामक रोग (Infections diseases) वे बीमारियां हैं जो सूक्ष्मजीवों जैसे बैक्टीरिया,वायरस,फंगस और परजीवी के कारण होती हैं। ये रोग व्यक्ति, जानवरों से इंसानों में या दूषित पानी, हवा, भोजन, और वस्तुओं के माध्यम से फैल सकते हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, आज भी संक्रामक रोग दुनिया में मृत्यु और बीमारी के प्रमुख कारणों में से एक है। 


संक्रामक रोगों के प्रमुख कारण:

संक्रामक रोगों के लिए मुख्य रूप से चार प्रकार के सूक्ष्मजीव जिम्मेदार होते हैं: 

1. बैक्टीरिया - एक कोशिकीय जीव जो विषाक्त पदार्थ (toxins) बनाते हैं। 

• उदाहरण: टाइफाइड, काॅलरा, तपेदिक (TB)।


2. वायरस - अत्यंत सूक्ष्म जीव जो जीवित कोशिकाओं में प्रवेश कर उनकी कार्यप्रणाली को बिगाड़ते हैं। 

• उदाहरण:  COVID-19, डेंगू, फ्लू, चिकनपाॅक्स। 


3. फंगस- ऐसे जीव जो जो त्वचा, फेफड़े और अन्य अंगों में संक्रमण कर सकते हैं। 

• उदाहरण: रिंगवर्म, कैंडिडायसिस। 


4. परजीवी- अन्य जीवों पर निर्भर रहकर पोषण लेने वाले जीव। 

• उदाहरण: मलेरिया (प्लास्मोडियम),‌ फाइलेरिया,   अमीबियासिस‌। 


संक्रमण फैलने के तरीके 

संक्रमण  विभिन्न माध्यमों से फैल सकता है: 

• हवा से: छींक, खांची से निकलने वाली बूंदो से (खसरा, टीबी, फ्लू)। 

• पानी से: दूषित पानी पीने (काॅलरा, टाइफाइड)। 

• खाद्य ": बैक्टीरिया युक्त भोजन से (फूड पाॅयजनिंग)। 

• संपर्क ": संक्रमित व्यक्ति को छूने या उसकी वस्तुएं इस्तेमाल करने से (स्केबीज)। 

• वेक्टर ": मच्छर और मक्खी जैसे कीटों से (डेंगू, मलेरिया)।‌ 

• जानवरों ": संक्रमित जानवरों से (रेबीज,बर्ड‌ फ्लू)। 


संक्रामक रोगों के प्रमुख प्रकार 

1.हवा से फैलने वाले रोग - खसरा, टीबी,  फ्लू । 

2.पानी  से फैलने वाले रोग - गोधरा, टाइफाइड,     हेपेटाइटिस- AI 

3.खाद्य जनित रोग - फूड पाॅयजनिंग, सालमोनेला।

4.संपर्क से फैलने वाले रोग - स्केबीज,                                                                        चिकनपाॅक्स। 

5.वेक्टर जनित रोग - मलेरिया, डेंगू, जीका                      वायरस। 

6. ज़ूनोटिक रोग - रेबीज, स्पाइन फ्लू, निपाह वायरस।


A से Z तक प्रमुख संक्रामक रोगों की सूची 


•   A –  AIDS (HIV वायरस), Amebiasis 

• B – बर्ड फ्लू, बोतुलिज़्म 

• C – काॅलरा, COVID-19,चिकनपाॅक्स 

• D – डेंगू, डिप्थीरिया 

• E – एबोला, एंटरिक फीवर 

• F – फाइलेरिया, फूड पाॅयजनिंग 

• G – गोनोरिया 

• H – हेपेटाइटिस A,B,C

• I – इन्फ़्लुएन्ज़ा (फ्लू)

• J – जापानी एन्सेफेलाइटिस 

• K – काला-आजार (Leishmaniasis) 

• L – लाइम डिजीज 

• M – मलेरिया, मम्प्स, मीजल्स (खसरा) 

• N – निपाह वायरस 

P – प्लेग, पोलियो 

• R – रेबीज, रिंगवर्म 

• S – स्केबीज, स्वाइन फ्लू SARS

• T – टाइफाइड,टेटनस,टीबी 

• V – वायरस हेपेटाइटिस, वैरिकेला (चिकनपाॅक्स) 

• Y – येलो फीवर 

• Z – जीका वायरस 


संक्रामक रोगों के सामान्य लक्षण 

• तेज बुखार 

• थकान और कमजोरी 

• सिरदर्द और बदन दर्द 

• खांसी, ज़ुकाम 

• उल्टी या दस्त 

• त्वचा पर दाने 


रोकथाम और बचाव के उपाय 

1. व्यक्ति स्वच्छता – नियमित हाथ धोना, साफ कपड़े पहनना। 

2. टीकाकरण – पोलियो, खसरा, हेपेटाइटिस-8 जैसे रोगो से बचाव। 

3. साफ पानी भोजन – उबालकर या फिल्टर किया हुआ पानी पीना। 

4. मच्छर और कीटों से बचाव – मच्छरदानी, रिपेलेंट का उपयोग। 

5. बीमार व्यक्तियों से दूरी – संक्रमण फैलने से रोकने के लिए। 

6. सुरक्षित यौन व्यवहार – HIV और अन्य यौन संक्रमणों से बचाव। 


उपचार 

• एंटीबायोटिक्स – बैक्टीरिया जनित रोगों के लिए। 

• एंटीवायरस दवाएं – कुछ वायरस संक्रमणों में।

• एंटीफंगल और एंटीपैरासाइटिक दवाएं – फंगस और परजीवी संक्रमण में। 

• सपोर्टिव केयर – बुखार, डिहाइड्रेशन और कमजोरी के लिए। 



निष्कर्ष 

संक्रामक रोग आज भी स्वास्थ्य के लिए एक बड़ी चुनौती है, लेकिन स्वच्छता, टीकाकरण,समय पर पहचान और उपचार से इनसे बचाव संभव है। जागरूकता और स्वस्थ जीवनशैली अपनाकर हम खुद को और दुसरो सुरक्षित रख सकते हैं।


कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें