#.विलेय व विलायक की मात्रा के आधार पर विलयन तीन प्रकार के होते हैं।
१.संतृप्त विलयन
२.असंतृप्त विलयन
३.अतिसंतृप्त विलयन
१.संतृप्त विलयन =
→ऐसा विलयन जिसमें विलायक निश्चित मात्रा में अधिकतम विलेय घुला हुआ हैं संतृप्त विलयन कहते हैं।
साम्य पर
विलीनीकरण क्रिस्टलीकरण
दोनों एक समान
२. असंतृप्त विलयन =
→ऐसा विलयन जो विलायक की निश्चित मात्रा में अधिकतम विलेय से कम विलयन घुला हुआ हो असंतृप्त विलयन कहलाता है।
विलीनीकरण > क्रिस्टलीकरण
३. अतिसंतृप्त विलयन =
→ऐसा विलयन जिसमें विलायक की निश्चित मात्रा में अधिकतम विलेय घुला हुआ हो तथा उसके बाद भी विलेय मिलाया जाए। अतिसंतृप्त विलयन कहलाता हैं।
विलीनीकरण < क्रिस्टलीकरण

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