#.Henry's Law =
→इस नियम के अनुसार किसी गैस की द्रव में विलेयता उस गैस द्वारा द्रव की सतह पर डाले गये आंशिक वाष्प दाब के समानुपाती होती हैं।
M proportional P
→घुली हुई मात्रा को मोल भिन्न के रूप में प्रदर्शित करते हैं ।
अत: m. समानुपाती x
p समानुपाती x
P = KH.X
P=आंशिक वाष्प दाब
KH=हेनरी नियतांक
X = मोल भिन्न
#.हेनरी नियम के अनुप्रयोग=
१. सोडा पेय की बोतलों में Co2 गैस की विलेयता बढ़ाने हेतु उसे आंशिक दाब पर बंद किया जाता हैं।
२. गहरे समुद्र जल में गैसों की विलेयता या मात्रा अधिक होती हैं जब गोताखोर इस जल में उतरते हैं तो जल में उपस्थित गैसें उनके शरीर में चली जाती है, यह गोताखोर जब वापिस सतह पर आते हैं तो यह गैसें रक्त या शरीर से वायुमंडल की और उच्च दाब से निकलने की कोशिश करती है जिससे शरीर में नाइट्रोजन के बुलबुले पैदा होते हैं इस पिड़ा दायक विकृति को बेंडस कहते हैं
→इसे रोकने के लिए गोताखोरों के सांस लेने वाले टैंक में 11.7% हीलियम, 56.2% नाइट्रोजन, 32.1 आक्सीजन भरी जाती हैं।
३. पहाड़ी क्षेत्रों या रिंक ऊंचाई वाले क्षेत्रो पर वायुमंडलीय दाब या ऑक्सीजन की मात्रा कम होती है इस कारण वहां रहने वाले लोगों के रुधिर व ऊतकों में ऑक्सीजन की मात्रा कम हो जाती है जिससे उनके आरोहक (न्यूराॅन) कमजोर हो जाते हैं तथा सोचने व समझने की शक्ति कम स्पष्ट होती हैं जिसे anoxia
(एनाॅक्सिया) कहते हैं।
#.हेनरी नियम की सिमाऍं(limiteds of henry low)
1.ताप अत्यधिक कम ना हो, व दाब अत्यधिक ज्यादा ना हो।
2.गैस व विलायक आपस मे क्रियाशील ना हो।

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