♣ विधुत घर्षण (electric friction) -
→ जब दो विधुतरोधी पदार्थों को परस पर रगड़ा जाता है तो पदार्थ पर हल्की वस्तु को आकर्षित करने का एक विशेष गुण उत्पन्न होता है। इस विशेष गुण को विधुत घर्षण कहते हैं।
♣ विधुत आवेश (electric charge) -
→ घर्षण विधुत के कारण पदार्थ पर हल्की वस्तुओं को आकर्षित करने का जो विशेष गुण उत्पन्न होता हैं। उसे विधुत आवेश कहते हैं
विधुत आवेश को Q या q से प्रदर्शित करते हैं।
★ प्रकृति में दो मुक्त आवेश पाये जाते हैं जो निम्न प्रकार से हैं।
1.धनात्मक आवेश (positive change)
2.ऋणात्मक आवेश (negetive change)
आवेश के गुणधर्म (Properties of charge )-
1.आवेश हमेशा अदिश राशि होता हैं ।
2.आवेशो का हमेशा बीजगणितीय होता हैं ।
[+5q +4q +3q ] → [ 12q ]
-11q
+5 q = [6q]
9q
-5q → [ +6q ] -5q
+2q -5q → [ ] Moody
3. प्रकृति में समान आवेशो के मध्य प्रतिकर्षण व असमान। आवेशो के मध्य आकर्षण बल लगता हैं।
+q _q
+q = _q →प्रतिकर्षण बल
+q
—q →आकर्षण बल
→प्रकृति में आवेश हमेशा क्वाटिकृत होता हैं क्योंकि आवेश। पूर्ण गुणज के रूप में पाया जाता है।
→ प्रकृति में पाये जाने वाले आवेश की मात्रा -
[ q = ±ne ]
जहां n= इलेक्ट्रॉन की संख्या और
e= इलेक्ट्रॉन पर आवेश
e = 1.6x10—¹⁹c
आवेश का मात्रक= कूलाम ( C )
→ एक इलेक्ट्रॉन पर आवेश की मात्रा
n = 1
e = 1. 6 x 10–¹⁹c
NOTE -- जब किसी भौतिक राशि का आदान-प्रदान सतत् न होकर विभिक्त होता है तब यह आदान-प्रदान क्वांटीकृत कहलाता हैं।

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