आयुर्वेदिक विज्ञान:(Ayurvedic Science) आयुर्वेदिक औषधियाॅं किससे बनती है?
आयुर्वेदिक औषधियाॅं किससे बनती है? जानिए प्रकृति रोचक स्त्रोत :
Role :
इस लेख में हम विस्तार से जानेंगे कि आयुर्वेदिक औषधियाॅं किस-किस प्राकृतिक स्त्रोत से प्राप्त होती हैं, और उनकी ‘निमार्ण ’ प्रक्रिया कैसी होती है। यह समझना जरूरी है, क्योंकि आयुर्वेदिक चिकित्सा में औषधि चयन का आधार सिर्फ शरीर नहीं, बल्कि व्यक्ति की प्रकृति ( दोष - वात, पित्त, कफ,) भी होता है
♦. आयुर्वेदिक औषधियों के प्रमुख स्त्रोत
आयुर्वेदिक ग्रंथों जैसे कि चरक संहिता, सुश्रुत संहिता, अष्टांग हृदयम् आदि में औषधियों के चार मुख्य स्रोत बताएं गए हैं।
i. वनस्पति स्त्रोत ( Herbal sources)
आयुर्वेदिक औषधियों का सबसे बड़ा और प्राकृतिक स्त्रोत वनस्पति है। ये औषधियां पौधों के विभिन्न अंगों से प्राप्त की जाती हैं।
• जड़ें: जैसे अश्वगंधा, विदारीकंद
• छाल: अर्जुन ( हृदय रोगों में उपयोगी)
• पत्तियां: तुलसी, नीम
• फूल: पलाश, गुड़हल
• फल: आंवला, हरड़, बेहड़ा (त्रिफला के घटक)
• बीज: मेथी, कालौंजी, इसबगोल
इस वनस्पतियों का उपयोग पाउडर, क्वाथ (काढ़ा), घनसत्व, अर्क, तेल आदि रूपों में किया जाता है।
Example:
• गिलोय (Tinospora cordifolia): रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के योग्य ।
• ब्राह्मी (Bacopa monnieri): मानसिक बल और याददाश्त के लिए
• हरिद्रा (हल्दी): सूजन रोधक, रक्त शोधक ।
ii. खनिज स्त्रोत (Mineral Sources - Rasa Shastra)
आयुर्वेद में कुछ औषधियाॅं धातुओं और खनिजों से भी बनाई जाती हैं, जिन्हें रस- औषधियां कहा जाता है। ये उच्च स्तर पर शोधित और संसाधित की जाती हैं ताकि शरीर द्वारा इन्हें सरलता से ग्रहण किया जा सके है।
प्रमुख खनिज स्त्रोत है:
• धातुएं: सुवर्ण (सोना), रजत (चांदी), लौह (लोहा), ताम्र (तांबा)
• खनिज: अभ्रक, शिलाजीत,मणि (मोती), शंख, स्फटिक
• भस्म (Ashes): धातु को शुद्ध कर उच्च ताप पर जलाने के बाद बनाई जाती हैं, जैसे लौह भस्म, सुवर्ण भस्म
iii. पशु स्त्रोत (Animal- based products):
आयुर्वेद में कुछ औषधियाॅं पशु उत्पादों से भी बनती हैं। ये सभी स्त्रोत नैतिकता और शुद्धता के उपयोग किए जाते हैं।
• शहद (Haney): प्राकृतिक एंटीबायोटिक, अमृत तुल्य हैं
• मधुमक्खी का मोम (Beeswax): त्वचा की औषधियों में।
NOTE: आधुनिक आयुर्वेद में पशु- उत्पन्न औषधियां कम ही प्रयोग होती हैं और केवल परंपरागत ग्रंथों के आधार पर चयनित होती हैं।
iv. समुद्र और प्राकृतिक स्त्रोत ( sea and natural sources)
♦ औषध निर्माण प्रक्रिया (Processing of Ayurvedic medicine):
i. संकलन (Collection):
ii. शोधन (Purification):
iii.मर्यादा (Standardization):
iv. संयोग और पाक ( Combining & Cooking)
v. भंडार और उपयोग:
३. आयुर्वेदिक औषधियों के प्रकार:
• क्वाथ (काढ़ा) - उबालकर तैयार किया जाता है
• चूर्ण (पाउडर) - जैसे त्रिफला चूर्ण।
• वटी (गोलियां) - जैसे अश्वगंधा वटी।
• घृत (घी) - जैसे ब्राह्मी घृत ।
• तेल - जैसे नारायण तेल, महाब्रिंगराज तेल।
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