#.मनुष्य में गुणसूत्रींय विकार = →आनुवांशिक रोगो का एक अहम वर्ग है यह उन स्थितियों की कहते हैं → जब किसी व्यक्ति के गुणसूत्रों की संख्या या संरचनाओं में असामान्यता आ जाती हैं →यह विकार अंडे या शुक्राणु कोशिका के विकास के दौरान होने वाली त्रुटियां के कारण होता हैं। →अर्द्धसूत्री विभाजन के समय प्रायः गुणसूत्रों के परस्पर अलग न हो पाने के कारण गुणसूत्रों की संख्या कुछ कम या अधिक हो जाती हैं जिससे होने वाले सन्तान में यह एक रोग के रूप में उत्पन्न होता हैं जिसे सिंड्रोम कहते हैं। * गुणसूत्र संबंधित विकारो के प्रकार – → डाउन सिंड्रोम, ट्राइसाॅमी 18, राॅबर्टसोनियन ट्रांसपोर्टेशन, क्लाइनफेल्टर सिंड्रोम , टर्नर सिंड्रोम, ट्रिपल एक्स सिंड्रोम, क्रि टू चेट सिंड्रोम, एडवर्ड सिंड्रोम, पटौ सिंड्रोम, जैकबसेन सिंड्रोम, ।। A. डाउन सिंड्रोम = → जब 21 वीं जोड़ी...
#.फ्रेम शिफ्ट उत्परिवर्तन= →इसमें एक न्यूक्लियोटाइड को हटाकर नये न्यूक्लियोटाइड को जोड़ देते हैं लेकिन हटाए गए न्यूक्लियोटाइड पुराने वाले अमिनो अम्ल को ही coded करते हैं जिसके लक्षण में उत्परिवर्तन नहीं होता हैं। > उत्परिवर्तन की विशेषताएं= ० जीवो में अचानक उत्परिवर्तन उत्पन्न होते हैं। ० इसकी कोई निश्चित दिशा नहीं होती हैं। ० उत्परिवर्तन द्वारा नये गुण उत्पन्न होते है, जिससे नई जाति का विकास होता हैं। ० जो उत्परिवर्तन जनन कोशिका में उत्पन्न होते हैं वही वंशागत होते हैं ० यह लिंग सहलग्न लक्षण संतानो में रोग के रूप में दर्शित होता हैं। और यह प्राय: X लिंग गुणसूत्र पर स्थित होता हैं। ० मानव में लिंग सहलग्न वंशागति प्रायः वर्णांधता तथा हीमोफीलिया के रूप में पाया जाता हैं। १. वर्णांधता (colour bliendness)- →लाल हरे में व्यक्ति द्वारा अंतर न कर पाना, वर्णांधता कहलाता है। इसे प्रोटोन दोष या लाल-हरा अंधापन भी कहते हैं। २.हीमोफीलिया( Hemophilia) →यह रोग सर्वप्रथम यूरोप के महारानी विक्टोरिया को हुआ जो एक रक्त संबंधी रोग हैं इसमें रोगी व्यक्ति को चोट लगने पर खून क...
#.आदर्श विलयन = → वह विलयन जो सभी ताप व साद्रता परासो पर राउल्ट नियम का पालन करता है आदर्श विलयन कहलाता है। ♦. आदर्श विलयन के उदाहरण - n-nexane & n-heptane बेंजीन+ टाॅलूईन क्लोरोएथेन + ब्रोमोएथेन क्लोरोबेंजीन + ब्रोमो बेंजीन #.अनादर्श विलयन = → वह विलयन जो सभी ताप व साद्रता परासो पर राउल्ट नियम का पालन नहीं करता है अनादर्श विलयन कहलाता है। →अनादर्श विलयन निम्न दो प्रकार के होते हैं। a.धनात्मक विचलन वाले अनादर्श विलयन - example - anonol + H2O Athenol+ achiton achiton + ether CCL4 + CHCL3 CCL4 + toluene b.ऋणात्मक विचलन वाले अनादर्श विलयन -...
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